झारखंड-बिहार से एकमात्र डीपीएस बोकारो का आयुष आईएनएमओ में सफल

एशिया पैसिफिक मैथमेटिकल ओलंपियाड और अंतरराष्ट्रीय गणित ओलंपियाड के ट्रेनिंग कैंप में लेगा हिस्सा
बोकारो : डीपीएस (दिल्ली पब्लिक स्कूल) बोकारो में 10वीं कक्षा के मेधावी छात्र आयुष लच्छीरामका ने अपनी शानदार गणितीय प्रतिभा की बदौलत न केवल अपने विद्यालय और शहर, बल्कि पूरे झारखंड-बिहार का नाम गौरवान्वित किया है। होमी भाभा सेंटर फॉर साइंस एजुकेशन (एचबीसीएसई) द्वारा नेशनल बोर्ड ऑफ हायर मैथमेटिक्स (एनबीएचएम) के तत्वावधान में आयोजित इंडियन नेशनल मैथमेटिकल ओलंपियाड (आईएनएमओ) में आयुष ने उत्कृष्ट सफलता प्राप्त की है। इसके साथ ही वह आगामी 08-31 मई 2025 को चेन्नई (तमिलनाडु) में होनेवाले आईएमओटीसी (इंटरनेशनल मैथैमेटिकल ओलंपियाड ट्रेनिंग कैंप) के लिए भी क्वालीफाई कर चुका है। उसे 11 मार्च 2025 को आयोजित एपीएमओ (एशिया पैसिफिक मैथेमेटिकल ओलंपियाड) के लिए भी चयनित किया गया है। पूरे झारखंड-बिहार से यह उल्लेखनीय सफलता प्राप्त करनेवाला आयुष एकमात्र विद्यार्थी है। आईएमओटीसी के लिए पूरे भारतवर्ष से 69 तथा एपीएमओ के लिए कुल 67 छात्र-छात्राएं चयनित किए हैं। उसकी इस महत्वपूर्ण कामयाबी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए गुरुवार को विद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार ने उसे बधाई दी तथा उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय छात्र की मेहनत, शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन तथा विद्यालय के बेहतर शैक्षणिक वातावरण को दिया है। आयुष ने भी प्राचार्य एवं शिक्षकों सहित पूरे विद्यालय परिवार के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।
आईएनएमओ में ए कैटेगरी (कक्षा 8-11) और जूनियर बैच के प्रतिभागी आयुष लच्छीरामका ने अपने कटऑफ मार्क्स 31 से भी अधिक कुल 41 अंक प्राप्त किए हैं। ज्ञातव्य है कि इंडियन नेशनल मैथमेटिकल ओलंपियाड (आईएनएमओ) एक हाई स्कूल गणित प्रतियोगिता है, जो वर्ष 1989 से प्रतिवर्ष आयोजित की जा रही है। यह अंतरराष्ट्रीय गणितीय ओलंपियाड के लिए भारतीय टीम की चयन प्रक्रिया का द्वितीय चरण है। होमी भाभा सेंटर फॉर साइंस एजुकेशन (एचबीसीएसई) द्वारा नेशनल बोर्ड ऑफ हायर मैथमेटिक्स (एनबीएचएम) के तत्वावधान में यह परीक्षा आयोजित की जाती है। चेन्नई में मई में होनेवाले ट्रेनिंग कैंप के बाद अंतिम रूप से चयनित विद्यार्थियों को इंटरनेशनल मैथेमेटिकल (आईएमओ) में भाग लेने का मौका मिलेगा। सफल विद्यार्थी प्रतिष्ठित पुरस्कार के साथ अंतरराष्ट्रीय ख्याति अर्जित करते हैं।
जीवन में सफल इंजीनियर बनना चाहता है सीए दंपती का पुत्र
चास-बोकारो के प्रसिद्ध चार्टर्ड एकाउंटेंट दंपती अमोल लच्छीरामका और रूबी लच्छीरामका का होनहार पुत्र आयुष आगे चलकर जीवन में एक सफल इंजीनियर बनना चाहता है। वर्तमान में सीबीएसई 10वीं बोर्ड की परीक्षा दे रहे आयुष को बचपन से ही गणित में रुचि रही है। वह सीबीएसई आर्यभट्ट गणित चैलेंज, आर्यभट्ट मैथमेटिक्स चैलेन्ज, केएएमपी-एनएएसटीए, अमेरिकन मैथेमेटिक्स कॉम्पिटिशन सहित गणित की विभिन्न राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय परीक्षाओं में भाग लेकर अपनी प्रतिभा का परिचय दे चुका है। डीपीएस बोकारो में कक्षा नर्सरी से ही अध्ययनरत आयुष को पढ़ाई के अलावा शतरंज खेलने और फोटोग्राफी का भी शौक है। पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए वह सोशल मीडिया से पूरी तरह दूर है। उसकी इच्छा सॉफ्टवेयर अथवा क्वांटम मैकेनिक्स इंजीनियर बनने की है। दो भाई-बहन में छोटे आयुष की बड़ी बहन शिवांगी लच्छीरामका लॉ (विधि) की पढ़ाई कर रही है।
बोकारो से डी के वत्स