Success Story: 500 बार असफलता, फिर भी नहीं रुके कदम – TCS से Google तक की सागर कुमार की ज़िंदगी बदलने वाली यात्रा

नई दिल्ली, मई 2025 — जब भी ज़िंदगी ठहरने लगे, तो कुछ लोग उसे अपनी हिम्मत से फिर से रफ्तार देना जानते हैं। ऐसी ही एक प्रेरक कहानी है बिहार के सागर कुमार की, जिन्होंने एक Tier-III इंजीनियरिंग कॉलेज से निकलकर तमाम असफलताओं और सीमित संसाधनों के बावजूद Google जैसी दिग्गज कंपनी में जगह बनाई।
शुरुआत एक आम नौकरी से, लेकिन सपना था कुछ बड़ा करने का
सागर की प्रोफेशनल जर्नी की शुरुआत TCS Ninja से हुई, जहां उन्हें 3.3 LPA का पहला ऑफर मिला। यह किसी भी मध्यमवर्गीय छात्र के लिए एक स्थिर शुरुआत मानी जाती है, लेकिन सागर रुकने वालों में से नहीं थे। उन्होंने TCS Digital Capability Assessment (DCA) क्लियर कर 7.4 LPA के पैकेज के साथ डिजिटल रोल हासिल किया। तीन साल तक उन्होंने कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स में अपनी भूमिका निभाई और काबिलियत साबित की।
500 से अधिक रिजेक्शन, लेकिन उम्मीद नहीं छोड़ी
जब उन्होंने खुद को Google, Microsoft जैसी बड़ी कंपनियों में ट्राई करना शुरू किया, तो उन्हें लगातार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा। 500 से भी ज्यादा कंपनियों में आवेदन देने के बाद भी उन्हें कोई कॉल नहीं मिला। वजहें कई थीं — कठोर जॉब मार्केट, लंबा नोटिस पीरियड, और एक Tier-3 कॉलेज से आने के कारण मिलने वाला भेदभाव।
खुद से की लड़ाई, खुद को बनाया बेहतर
लेकिन सागर ने ठान लिया था कि वो हार नहीं मानेंगे। उन्होंने रणनीति बदली। उन्होंने DSA (Data Structures & Algorithms) की गंभीर तैयारी शुरू की, मॉक इंटरव्यू दिए, और नियमित अभ्यास से खुद को और निखारा। उन्होंने Topmate जैसे प्लेटफॉर्म्स से इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स से अपना रिज़्यूमे रिव्यू कराया और LinkedIn पर प्रोफेशनल्स से जुड़कर रेफरल और गाइडेंस लिया।
पहला मौका गंवाया, लेकिन उससे सीखा
9 महीने पहले गूगल से पहली बार कॉल आया, लेकिन तैयारी अधूरी थी। वे स्क्रीनिंग राउंड पार नहीं कर पाए। यह निराशाजनक था, लेकिन उन्होंने इसे एक सीख की तरह लिया और तैयारी को और गहन बना दिया।
दूसरा मौका, और इस बार जीत की कहानी लिखी गई
दो महीने पहले, एक दोस्त ने उन्हें Google में फिर से रेफर किया। इस बार वे पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरे। स्क्रीनिंग राउंड पास किया, और तीन कठिन टेक्निकल इंटरव्यू राउंड्स को भी सफलतापूर्वक पार कर लिया।
आज, सागर Google में काम कर रहे हैं — अपने शुरुआती पैकेज से लगभग 500% सैलरी हाइक के साथ।
सीख जो हर युवा को जाननी चाहिए
सागर की कहानी सिर्फ एक सफलता की नहीं, बल्कि आत्मविश्वास, धैर्य और लगातार सुधार की कहानी है। उन्होंने साबित कर दिया कि कॉलेज का नाम नहीं, बल्कि आपकी लगन और प्रयास मायने रखते हैं।
“हारना तब तक नहीं होता, जब तक आप खुद हार नहीं मानते।” – सागर कुमार की यह कहानी हर उस युवा के लिए एक रौशनी की किरण है, जो अपने सपनों को सीमाओं के बाहर जाकर पूरा करना चाहता है।