एस. आर. डीएवी.पुंदाग में कक्षा दशम के विद्यार्थियों के लिए आशीर्वचन समारोह
रांची। एस. आर. डीएवी. पब्लिक स्कूल, पुंदाग में कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों के लिए आशीर्वचन समारोह ‘आशीर्वाद’ का आयोजन किया गया। समारोह का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चार और ज्ञानदीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इसके पश्चात विद्यार्थियों द्वारा डीएवी गान प्रस्तुत किया गया। वैदिक परंपरा का अनुसरण करते हुए विद्यार्थियों के ललाट पर तिलक लगाकर उन्हें आगामी सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के लिए शुभकामनाएँ दी गईं।
विद्यालय की संगीत मंडली ने भावपूर्ण संगीत प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को और भी यादगार बना दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईपीएस अधिकारी चंदन कुमार झा ने विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी हेतु महत्वपूर्ण सुझाव दिए और उनका मार्गदर्शन किया। वहीं इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि प्रसिद्ध करियर काउंसलर और मनोवैज्ञानिक श्री विकास कुमार ने भाग लिया, जिन्होंने छात्रों को बहुमूल्य जानकारी और प्रेरणा प्रदान की।
सभा को संबोधित करते हुए, श्री विकास ने छात्रों की शैक्षणिक नींव और भविष्य के करियर पथ को आकार देने में कक्षा दस के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों की सफलता में शिक्षकों और अभिभावकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला, और छात्रों से आग्रह किया कि वे ज़रूरत के समय उनसे मार्गदर्शन और सहायता लें।
समाज विज्ञान के शिक्षक राजीव रंजन सिन्हा ने विद्यार्थियों को सीबीएसई द्वारा जारी दिशा-निर्देशों से अवगत कराया, जबकि रसायन विज्ञान के शिक्षक तंत्रनाथ झा ने कक्षा ग्यारहवीं में नामांकन प्रक्रिया को स्पष्ट किया।
विद्यालय के प्राचार्य संजीत कुमार मिश्र ने विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा के लिए शुभकामनाएँ देते हुए प्रेरणादायक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि डीएवी के विद्यार्थी संस्कारी होते हैं और जीवन में सफलता प्राप्त करने से पहले एक अच्छा, संवेदनशील और ईमानदार व्यक्ति बनना आवश्यक है। उन्होंने छात्रों को कर्तव्यनिष्ठ होकर अपने लक्ष्यों की ओर निरंतर प्रयास करने की प्रेरणा दी और कहा कि निरंतर परिश्रम और समर्पण से ही सफलता प्राप्त की जा सकती है।
कार्यक्रम का कुशल संचालन वरिष्ठ शिक्षिका इंदिरा घोष ने किया। समापन शांति पाठ के साथ हुआ। इस अवसर पर कक्षा दसवीं के विद्यार्थी, उनके शिक्षक-शिक्षिकाएँ और बड़ी संख्या में अभिभावक उपस्थित रहे, जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।