फिटजी के पूर्व और आकाश इनविक्टस के सेंटर हेड पर अभिभावकों का फूटा गुस्सा, FIR दर्ज
FIITJEE रांची केंद्र बंद, अभिभावकों ने दर्ज कराई FIR
रांची, 2 फरवरी 2025: रांची के प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान FIITJEE का केंद्र अचानक बंद होने के बाद छात्रों और अभिभावकों में भारी आक्रोश फैल गया है। इस मामले को लेकर डोरंडा थाना, रांची में संस्थान के प्रबंधन और अन्य संबंधित लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और विश्वासघात का मामला दर्ज कराने के लिए एक आधिकारिक शिकायत दी गई है।
बिना सूचना के अचानक बंद हुआ संस्थान
FIITJEE रांची केंद्र, जिसमें SOP सेंटर और हरिओम टावर शामिल थे, को 24 जनवरी 2025 से बिना किसी पूर्व सूचना के बंद कर दिया गया। इस कोचिंग में सैकड़ों छात्रों ने एडवांस में मोटी फीस जमा की थी, लेकिन अब न तो केंद्र को फिर से खोले जाने की कोई योजना है और न ही FIITJEE कॉर्पोरेट द्वारा इसे पुनः संचालित करने का कोई प्रयास किया जा रहा है।
अभिभावकों ने की बैठक, FIR दर्ज करने की मांग
छात्रों और अभिभावकों ने 2 फरवरी 2025 को SOP सेंटर में बैठक कर इस मामले को लेकर डोरंडा थाना प्रभारी को लिखित शिकायत देने का फैसला किया। उनके अनुसार, इस घोटाले के जरिए करोड़ों रुपये की राशि विभिन्न खातों में जमा की गई है, जिसे तत्काल फ्रीज किए जाने की आवश्यकता है।
प्रबंधन पर लगे गंभीर आरोप
अभिभावकों के अनुसार, FIITJEE रांची केंद्र के स्थानीय प्रबंधन सदस्य रणधीर कुमार, संस्थान के चेयरमैन डी.के. गोयल और अन्य स्टाफ (विकास चंद्रा, राकेश कुमार, अनिल, सिद्धार्थ, हरिओम पटेल, रमन कुमार श्रीवास्तव आदि) इस धोखाधड़ी में संलिप्त हैं।
AKASH और INVICTUS पर भी शक
शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि रणधीर कुमार और उनकी टीम छात्रों को AKASH इंस्टीट्यूट और INVICTUS संस्थान में दाखिला लेने के लिए दबाव बना रही है। इससे संदेह पैदा होता है कि यह संस्थान भी इस घोटाले में शामिल हो सकते हैं।
छात्रों के भविष्य पर मंडराया संकट
FIITJEE के अचानक बंद होने से छात्रों की मानसिक स्थिति पर गंभीर प्रभाव पड़ा है, खासकर उन छात्रों पर जिनकी बोर्ड परीक्षाएं नजदीक हैं। अभिभावकों का कहना है कि यह पूरी तरह से मानसिक उत्पीड़न है और इसके लिए FIITJEE प्रबंधन को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
अभिभावकों की मांग
अभिभावकों ने पुलिस से मांग की है कि:
- FIITJEE प्रबंधन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
- छात्रों की जमा की गई राशि उन्हें वापस की जाए।
- SOP सेंटर को पुनः चालू किया जाए, ताकि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
पुलिस जांच में जुटी
डोरंडा थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। अभिभावकों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे आंदोलन और उच्च स्तरीय जांच की मांग करेंगे।
👉 यह मामला छात्रों और उनके भविष्य से जुड़ा हुआ है, ऐसे में देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है।